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प्रधानमंत्री जी ! ये" मन की बात" ओनली इनकमिंग है

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 प्रिय प्रधानमंत्री जी  सादर , सत्ता  और चर्चा के शीर्ष पर रहते हुए आपको लगभग साल से ज्यादा हो गया है। इस बीच हमने कई बार आपकी  "मन की बात " सुनी। अच्छा लगा हमारे प्रधानमंत्री अपने दिल की बात और संवाद सीधे आमजन से कर रहे हैं। रविबार के दिन फुर्सत में लोग आपके मन की बात सुन कर चर्चा भी कर लेते हैं ,कुछ इसे ज्ञानवर्धक तो कुछ लोग इसे टाइम पास मानते है। १. ५० अरब की आवादी वाले देश में कौन क्या मतलब निकालता है यह आपकी सरदर्दी नहीं है ,लेकिन  ऐसा जरूर लगता है कि आपके इस मन की बात में एकतरफा संवाद हो रहा है सिर्फ इनकमिंग लाइन चालू है आउटगोइंग बंद रखा गया है। माना कि आपके पास जनमानस को जोड़ने के लिए प्रोग्राम का भण्डार है लेकिन आमजन को मेमोरी कार्ड में सॉफ्टवेयर उतना तगड़ा नहीं है कि अनवरत डौनलोड़ होता रहे।  प्रधानमंत्री जी लोग कहते है कि संवाद करने की आपके पास  अद्भुत कला है लेकिन ऐसा क्या  हो गया कि जिस अद्भुत कला का प्रदर्शन करते हुए आपने पहले देश के मीडिया पर अपना प्रभाव बनाया बाद में बिरोधियो की आवाज़ छीन ली। आज एक फर्जी इस्सू में आपके मंत्री मीडिया के सामने मिमिया रहे है औ