पीपली लाइव फ्रोम कश्मीर ...
कश्मीर क्या सच में देश की सबसे बड़ी समस्या है ? क्या सचमुच कश्मीर के कुछ पथ्थरबाज नौजवानो ने मसले कश्मीर को ज्यादा पेचीदा बना दिया है ? या फिर इस देश के स्वच्छंद मीडिया ने कश्मीर को हॉट केक बना दिया है। देश के 200 से अधिक न्यूज़ चैनल्स से आती कश्मीर के कुछ इलाकों की खबरों ने पीपली लाइव को सार्थक बनाया है। इस दौर में पीपली लाइव के अपने अधिकार को सुनिश्चित करते हुए मीडिया हाउस ने सोशल मीडिया को धारदार बनाया है । मजमा यहाँ चूरन बेचने वाले भी लगा लेते हैं .... सड़क के किनारे क्रेन का करतब देखने भी देश के किसी भी कोने में 100 -200 लोग जुट जाते हैं। वहां न्यूज़ रूम से चीखती आवाजे और मौके पर खड़े रिपोर्टर का बीर रस से सराबोर ओजपूर्ण रिपोर्टिंग यह मानने के लिए विवस करता है कि देश और उसकी समस्या को सिर्फ टीवी वाले ही समझते हैं अगर इन्हे मौका मिले तो हर समस्या का समाधान वे चुटकी बजाते कर सकते हैं। यहाँ प्राइम टाइम एंकर और एक्सपर्टस का अलग रुतबा है। मीडिया हाउस में अब गेस्ट कोर्डिनेटर ही आज का एजेंडा तय करता है और यह एंगल और एजेंडा एडिटोरियल मीटिंग से नहीं बल्कि सोशल मीडिया के ट्रेंडिंग से तय ह