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जून 5, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हिन्दू फोबिया ,इस्लामोफोबिया और कबीर

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बात 2017 की थी जब उत्तर प्रदेश के  बिजनौर के जोगीरामपुरा के लोगों ने गांव छोड़ने की धमकी दी थी  ,वजह सुनना चाहेंगे ? स्थानीय जिला प्रशासन में स्थानीय मंदिर पर लाउडस्पीकर बजाना  मना कर दिया था  । क्योंकि  बहुसंख्यक मुस्लिम गाँव में हिन्दू मंदिर पर लाउडस्पीकर बजने पर कुछ लोग खून खराबे पर उतर आते थे।   लेकिन ,स्थानीय मस्जिदों के ऊँचे गुम्बद पर बंधे लाउडस्पीकरों से सुबह शाम अनेकों बार उठती ऊँची आवाज़ से प्रशासन को कोई परेशानी नहीं थी । सच दिखाने और निष्पक्ष बोलने वाले आज के कबीर बने मीडिया क्लबों से ठीक वैसी ही हिदायत सुनने को मिल रही है।  पत्रकार सबा नकबी के ख़िलाफ़ पुलिस ने हिन्दू धर्म के खिलाफ अमर्यादित प्रतिक्रिया पर केस दर्ज की है तो इकोसिस्टम इसे फ्रीडम ऑफ़ स्पीच के खिलाफ इसे गैरकानूनी कार्रवाई मान रहे हैं.उनके लिए देश जलना उतना गंभीर मामला नहीं है जितना सबा नकबी पर क़ानूनी करवाई की प्रक्रिया ।  दूसरी पत्रकार और पूर्व बीजेपी प्रवक्ता के खिलाफ देश दुनिया में चौथे स्तंभ बने प्रेस क्लब और उनकी इकाइयां  क़ानूनी करवाई की मांग करती  हैं। डॉ तस्लीम रहमानी पर मीडिया में कोई करवाई की बात नहीं हो रह