बेईमानों की प्रतिभा के सामने देश लाचार है ?

बेईमानों की प्रतिभा के सामने देश लाचार है ? चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया बी आर गवई ने एक कांफ्रेंस में कहा कि मेरे बैच का टॉपर क्रिमिनल लॉयर बना। दूसरे नंबर पर आने वाला हाई कोर्ट का जज बना और मैं भारत का मुख्य न्यायाधीश बना हूँ। ये उदहारण है कि रैंक से सफलता नहीं सफलता मेहनत ,लगन समर्पण से मिलती है। लेकिन न्यायमूर्ति गवई के पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं है कि वंशवादी सियासत में ऐसी कौन सी प्रतिभा है कि लाखो करोडो रु की संपत्ति अर्जित करके ,दर्जनों भ्रष्टाचार के आरोप के वाबजूद देश का संविधान और कानून उन्हें कुछ बिगाड़ नहीं सकता।आखिर राजनेताओं में ऐसी कौन सी प्रतिभा लगन है कि वे हर बार बेदाग़ साबित होते हैं । ऐसा कौन से टैलेंट नेताओं के पास है कि एक झटके में सत्ता की सीढ़ी चढ़कर फाइव स्टार लाइफ स्टाइल अपनाकर अपनी कई पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित कर जाते हैं। ADR ने हाल में ही खुलासा किया है कि CM रेवंत रेड्डी ,एम् के स्टालिन पर सबसे ज्यादा आपराधिक मुकदद्मे दर्ज हैं। हालाँकि विपक्ष सोनिया गाँधी ,राहुल गाँधी ,अखलेश यादव ,तेजस्वी यादव ,लालू यादव ,केजरीवाल ,हेमंत सोरेन ,अभिषे...