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मार्च 3, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पंचों के दरबाजे पर रामलला, है राम के वजूद पे हिन्दोस्तां को नाज़ तो आपसी सहमति क्यों नहीं ...

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आख़िरकार राम जन्‍म भूमि मामले को अब मध्‍यस्‍थता से सुलझाने के लिए 9 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने दक्षिण भारत के तीन प्रोफेशनल लोगों का नाम तय किया है। इनमें जानें-मानें आर्ट ऑफ लीविंग के संस्‍थापक श्रीश्री रविशंकर, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मोहम्‍मद इब्राहिम खुलीफुल्‍लाह और वरिष्‍ठ वकील श्रीराम पंचू का नाम शामिल हैं । जस्टिस कुहिल्फुल्लाह को छोड़कर दोनों सदस्यों को विवादित मामले में हाथ आजमाने का बड़ा अनुभव है। प्रयास को कामयाबी से कतय नहीं जोड़ा जा सकता है। पिछले प्रयागराज में संतो और विश्व हिन्दू परिषद की धर्म संसद में राम मंदिर निर्माण को लेकर यही निर्णय आया था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक इन्तजार करना चाहिए। अब सुप्रीम अदालत कह रही है उन्हें पंचों के फैसले का इन्तजार है। वर्षों बाद आज अदालत ने जिस भावना को आधार बनाते हुए आपसी सहमति से राय बनाने पर जोर दिया है ,यही बात तो संघ प्रमुख मोहन भागवत भी कह रहे थे। उन्होंने विवाद के समाधान का फार्मूला भी दिया था। दिल्ली में भविष्य का भारत के आयोजन में मैंने यही सवाल आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत जी से पूछा था "राम" इस देश की परंपरा

भारत की सख्ती ने मसूद अजहर और पाकिस्तान को डाला मुश्किल में

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2001 के जम्मू कश्मीर असेंबली अटैक ,पार्लियामेंट अटैक ,पठानकोट एयरबेस हमला ,उडी हमला ,पुलवामा अटैक ये लम्बी फेहरिस्त है  जैस ए मोहम्मद सरगना मौलाना मसूद अज़हर के जिसने भारत में फिदायीन हमले तेज करके पाकिस्तान की फ़ौज की चहेता बन गया था।लेकिन संयुक्त राष्ट्र के ताजा प्रतिबंध ने अज़हर और उसके आका आई एस आई को मुश्किल में डाल दीया है।  1994 पुर्तगीस पासपोर्ट लेकर यह मौलाना बांग्लादेश होते हुए भारत आया था।आईं एस आई ने अफगानी दहशतगर्द तंजीम हरकत उल अंसार का ट्रेनर बनाकर उसे कश्मीर भेजा  था। कश्मीर में अभी वह पैर जमाना शुरू ही किया था कि वह एक मुठभेड़ में फौज के गिरफ्त में आ गया। उसे छुड़ाने के लिए पाकिस्तान की ओर से कई साजिशे हुई लेकिन 1999 में  आई सी 814 हवाई जहाज को अगवा करके उसे आज़ाद करवाने में आई एस आई कामयाव हो गयी थी। लो कॉस्ट का यह आतंकी  फार्मूला  ब्लीड इंडिया बाय थाउजैंड्स कट्स से भारत को लहुलहान कर रहा था। लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बालाकोट का एयर स्ट्राइक पाकिस्तान के परमाणु ताकत वाली नैरेटिव को ध्वस्त करके सीधे जैश ए मोहम्मद को निशाने पर लिया है।  पिछले 30 वर्षों से पाकिस्तान ने