उत्तराधिकारी के फैसले पर कही घमासान तो कही परिवार हावी
राजशेखर रेड्डी की दुखद मौत ने कांग्रेस के सामने एक बार फ़िर उत्तराधिकारी चुनने का जटिल सवाल छोड़ गया है । राज्य के एक कद्दावर नेता और कांग्रेस के सबसे ताकतवर मुख्या मंत्री की जगह भरना कांग्रेस आलाकमान के लिए बड़ा टास्क हो सकता है लेकिन अगर कांग्रेस अपनी परम्परा दुहराए तो यह काम मुश्किल भी नही है । वाय एस आर रेड्डी जैसे गिने चुने मुख्यमंत्री हुए है जिन्होंने अपना ख़ुद का जनाधार बनाया ख़ुद अलग लीक बनाई । आँध्रप्रदेश में राजशेखर रेड्डी के अन्तिम दर्शन के लिए उमड़ा जनशैलाव इसका सबूत है । कुछ लोगों ने यह ख़बर भी फैलाई की इस सदमे के कारण ७० लोगों ने आत्महत्या कर ली है । लोगों के बीच राजशेखर रेड्डी की इसी लोकप्रियता को आधार बनाकर आन्ध्र के रेड्डी बंधुओं ने उनके बेटे जगन रेड्डी को मुख्यमंत्री बनबाने की कबायद तेज की है । जगन रेड्डी का सार्वजानिक जीवन मे कोई मिशाल भले न हो लेकिन मुख्यमंत्री के बेटे होने के कारन विवाद से जरूर नाता रहा है । लेकिन उत्तराधिकारी के नाम पर जगन रेड्डी की लाबी सबसे मजबूत है । कांग्रेस में आलाकमान के सामने आजतक उत्तराधिकारी कोई बड़ा मसला नही होता था लेकिन राहुल बाबा जब पूर