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जनवरी 13, 2008 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

घटकैती

कहल जायत अछि जे जोड़ी स्वर्ग सं निर्धारित होईत अछि । शादी विवाह जनम जनम के रिश्ता के गठबंधन देबाक एकटा निमित मात्र अछि । कन्यादान के एक हजार अश्वमेघ यज्ञ के तुलना मे राखल गेल अछि । लेकिन मिथिला मे कन्यादान आई अभिशाप किया बनल अछि ? किया आई लड़की के पिता के ठाम ठाम पर अपमानित होबाई padait अछि । हमरा याद अछि मिथिला मे पहिल सवाल मूल और पेंज सं होइत छलैक बाद मे ई सवाल गाम और परिवार सं पूछल जायत छलैक । आई ई सवाल पैसा के लेल पूछल जायत छैक । एक तरह सं देखी त लड़की के महत्ता नही कल छालिक नही आई । किछु सो काल्ड मोडेर्ण परिवार के daba chhainha je kanyaadaan मे हुंकार प्राथमिकता लड़की के शिक्षा और ओकर गुण अछि । लेकिन हुनका सं पूछल जाय जे ई गुणवती अगर कुनो गरीब बाप के बेटी होई त हुनका कबूल होइतन । ई ढोंग आई मिथिला के हर क्लास मे मौजूद अछि । एक दू बरस सं घटकैती करबाक सौभाग्य आ दुर्भाग्य हमरा प्राप्त भेल अछि । हमर किछु chir परिचित लोक के ई भान छान्ही जे पत्रकार के बूते सब किछु संभव छैक या हुनकर पहुच सब ठाम छैन्ही । शहर मे गाम सं आयल युवक gaamak putuliya सं बेसी प्रभावित करैत छैक त अहिठामक कैम्पस । गाम