भने समय स चलि गेलाह हरिमोहन बाबू !

 भने समय स चलि गेलाह  हरिमोहन बाबू !

कल्पना करियो आई अगर खटर काका रहितैथ त आजुक मैथिल समाज के देखि माथा पिटी लेय तैथ। मोबाईल फोन ऐला स पहिने भने चलि गेला हरिमोहन बाबू।मिथिला में एक दोसरा के भेट भेला पर पूछल जायत छल। की समाचार ?हरिमोहन बाबू रहितैथ त कहि तैथ समाचार के अर्थ छैक सम्यक आचार। यानी हम स्न्नान केने ,पूजा केने ,जलपान केने छी। भोजन करब शेष अछि। और कोनो समाचार जानय चाहैत छी।आन्दित मिथिला गप्प में महा काव्यक रचना करैत छल।  लोक जीवी मिथिला एक दोसर स बात कई क तृप्त होयत छल। आई  सभक समाचार मोबाईल फोन तक सिमित अछि। घर लग लाल काकी नहीं रहलीह से समाचार नहीं अछि लेकिन करीना कपूर के घर चोरी के पूरा समाचार हुनका बुझल छैन। नहि ककरो स गप्प नहीं ककरो स हाल सामचार लेकिन फेसबुक में किनकर रील धमाल मचेने अछि तकर रिव्यू जरूर सबके बुझल छैन यूटूबर के योद्धा सबस खास चर्चा में छैथ।। 

अनाप सनाप ,फूहड़ आ अश्लीलता के पराकष्ठा तोड़ैत मैथिल समाजक बीच पॉपुलर रील आ मीम। सोशल मिडिया पर जोक्स और संवाद कतो स अहि बात के गबाही नहीं दैत अछि जे इ हास्य व्यंग्य मिथिला के छी। झारखण्ड सरकार में उच्च पद स सेवानिवृत दिलीप झा फोन केलेन्ह फुर्सत में छी या बेसी बीजी छी। हम कहलिऐन्ह सर ,सेवा बताऊ। कहलैन्ह फुर्सत के हिसाब स सेवा बतायब हम खट्टर काका के परम्परा माने वाला लोक छी। माछ खेबाक चाही की नहि एहि पर घंटो शाश्त्रार्थ भ सकैत अछि। खट्टर काका माछ खेबाक चाही की नहि ,खट्टर काका नेबो के चर्चा  शुरू करैत छलाह तखन माछ पर अबैत छलाह। आई ओहि मिथिला में ककरो स कियो गप्प केनहार नहीं ,समाचार पूछे वाला नहीं। जतबे जरुरत ततबे गप्प आ तकरे से गप्प। बिना जरुरत के कोनो सरोकार नहीं। मोबाइल फोन में सब ओकुपाइएड अछि।भने हरिमोहन बाबू समय स चलि गेलाह।कल्पना करियो ओहि पीढ़ी के लोक जिनका समाज के सामचार जाने की इच्छा देश विदेश के समाचार स बेसी महत्वपूर्ण छल। फादर्स डे सब बुजुर्ग के ढेरो शुभ कामना !
(लोक जिज्ञासा की पहल )

टिप्पणियाँ

dhiraj74 ने कहा…
सभ अही में व्यस्त छैथि, आब एकरे माध्यम बनाऊ

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